#एंग्जायटी के लक्षण: घबराहट, बेचैनी, और मन का उदास होना - क्या यह हैं उसके संकेत?
- DR Dinesh Vats
- 27 जन॰
- 2 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 29 जन॰
एंग्जायटी एक सामान्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है जिसके लिए मरीज चिकित्सक के पास आते हैं। लगभग 30% व्यक्तियों को अपने जीवन में एंग्जायटी के लक्षण महसूस होते हैं और उनमें से लगभग 27% व्यक्तियों द्वारा चिकित्सीय इलाज लिया जाता है और उनमें से लगभग 8-10% इलाज पूरा करते हैं। एंग्जायटी में व्यक्ति विशेष को मनोदैहिक लक्षण होते हैं।
सामान्य रूप से समझने के लिए हम इन्हें दो भागों में विभाजित कर सकते हैं:
मानसिक लक्षण
शारीरिक लक्षण
मानसिक लक्षण
घबराहट
बेचैनी
मन का उदास होना
रोने का मन करना
चिड़चिड़ापन होना
छोटी-छोटी बातों की बिना वजह चिंता होना
चक्कर महसूस होना
नींद का टूटना
डर लगना
शारीरिक लक्षण
दिल की धड़कन का बढ़ा हुआ महसूस होना
हाथों-पैरों में कम्पन का महसूस होना
हाथों-पैरों में पसीना पड़ना
उलटी का महसूस होना
बार-बार पेशाब का महसूस होना
बार-बार शौच की प्रवृत्ति का होना
भूख का न लगना
थकावट का रहना
शरीर में अकारण दर्द महसूस होना
ऐसा नहीं है कि ये सारे लक्षण सभी में होंगे, कुछ में कम और कुछ में ज्यादा होते हैं। एंग्जायटी में अक्सर लोग यह कहते हैं कि हमेशा ही उनके मन में कुछ न कुछ चलता रहता है।
कारण
मानसिक कारणों से पहले कुछ मेडिकल कारणों की बात करेंगे जिनकी वजह से भी यह लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि थाइरोइड की समस्या, शुगर की समस्या, विटामिन डी की कमी का होना, शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी, दिल की समस्या का होना व अन्य कारण। इसलिए अगर आपको कभी भी इस प्रकार के लक्षण महसूस होते हों तो अपनी जाँच अच्छे चिकित्सक से करवाएं।
इसके अलावा दूसरे कारणों में सबसे प्रमुख है चिंता या तनाव होना। इसलिए सामान्य भाषा में इसे चिंता का रोग भी कहते हैं। यह चिंता किसी भी प्रकार की हो सकती है जैसे कि कामकाज संबंधी चिंता, पढ़ाई संबंधी चिंता, पारिवारिक चिंता, कर्ज से संबंधित चिंता या अन्य किसी प्रकार की चिंता।
एंग्जायटी में क्या करें
प्रतिदिन व्यायाम करें: व्यायाम करने से इंसान अपने आप को ऊर्जावान महसूस करता है।
नियमित समय पर एवं स्वस्थ भोजन करें, फलों एवं हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
अपने शौकों में अपना समय व्यतीत करें।
पालतू जानवरों के साथ समय व्यतीत करें।
प्राकृतिक वातावरण में सैर करें।
सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लें।
किताबें पढ़ें।
बच्चों के साथ खेलें।
एंग्जायटी में क्या न करें
मादक पदार्थों का सेवन न करें।
मन में जो नकारात्मक विचार आते हैं उनको टालें।
सोने से पहले मोबाइल फोन को न देखें।
रात को देर तक न जागें।
नकारात्मक माहौल से दूरी बनाए रखें।


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